एमित कुमार झा, रजौन/ बांका
बांका जिलांतर्गत अमरपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार के द्वारा पत्रकार के साथ बदसलूकी करने के मामले में बांका न्यायालय ने सख्ती दिखाते हुए आगामी 29 जुलाई को न्यायालय में उपस्थित होने के लिए समन जारी किया है। मौके पर पीड़ित पत्रकार शैलेन्द्र कुमार झा ने बताया कि 12 मार्च 2021 को क्षेत्र के सुप्रसिद्ध बाबा ज्येष्ठगौर नाथ महादेव मंदिर परिसर में बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री जयंत राज कुशवाहा पूजा- अर्चना करने आये थे।
जहां अमरपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार राय, अंचलाधिकारी, नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी नीलम श्वेता, प्रखंड विकास पदाथिकारी राकेश कुमार व शहर के बुद्धिजीवी एवं एनडीए के कार्यकर्तागण उपस्थित थे।
ज्येष्ठगौर नाथ महादेव मंदिर परिसर में बिल्ड इंडिया राष्ट्रीय समाचार मासिक पत्रिका के स्टेट हेड सह इंडियन जर्नलिस्ट फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक शैलैन्द्र कुमार झा समाचार संकलन करने पहुंचे थे। इसी दौरान पत्रकार शैलेन्द्र अपने पैतृक गांव अमरपुर के महमदपुर गांव स्थित विद्यालय परिसर में बन रहे जलमीनार के संबंध में अंचलाधिकारी से बात करने लगे, तभी बीडीओ राकेश कुमार आ गये और गाली- गलौज करते हुए कहा कि तुम यहां से चले जाओ वरना हाथ पैर तोड़वाकर जेल भेजवा देंगे और धमकी देते हुए कहा कि सब पत्रकारिता भुलवा देंगे हम अमरपुर के बीडीओ हैं।
उन्होंने अमरपुर थानाध्यक्ष को मेरी गिरफ्तारी का आदेश भी दिया लेकिन थानाध्यक्ष की सूझबूझ के साथ मामला शांत हुआ और मैं घटनास्थल से सकुशल अपने घर लौट गया। बीडीओ एक सरकारी अधिकारी होता है उनके द्वारा इस तरह के अकृत्य कर मुझे सार्वजनिक तौर पर अपमानित किया गया। उन्होंने बताया कि पत्रकार समाज का आईना होता है, इस तरह एक अधिकारी के द्वारा पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार अशोभनीय एवं निंदनीय है।
मामले को लेकर पत्रकार शैलेन्द्र झा ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी बांका न्यायालय में परिवारवाद दायर किया था। विद्वान अधिवक्ता के द्वारा न्यायालय में बहस के बाद अभिलेख के अवलोकन प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सर्वेश्वर कुमार मिश्रा द्वारा करते हुए आगामी 29 जुलाई को बांका न्यायालय में बीडीओ राकेश कुमार को उपस्थित होने के लिए समन जारी किया गया है। समन जारी होते ही पत्रकारों में खुशी का माहौल देखी गयी। मौके पर पत्रकारों ने बताया कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं।