बंगाल में मंगलवार सुबह से ही भारी बारिश का अलर्ट, 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
कोलकाता, 27 सितंबर (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात की वजह से पश्चिम बंगाल के 12 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने सोमवार शाम जारी की है। अलीपुर स्थित मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जीके दास ने बताया कि मंगलवार सुबह से ही राजधानी कोलकाता के अलावा उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व और पश्चिम बर्दवान, हावड़ा और हुगली में भारी बारिश शुरू हो जाएगी। इसके अलावा 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। राजधानी कोलकाता में भी तेज गति से हवाएं चलेंगी। इस वजह से जानमाल के नुकसान की आशंका है। इसके अलावा चक्रवात के प्रभाव से नदियों का जलस्तर भी बढ़ सकता है जिसकी वजह से भारी बारिश के कारण तटवर्ती क्षेत्रों में और अधिक जलजमाव की आशंका होगी।
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि चक्रवात फिलहाल म्यांमार से सटे समुद्र तट के करीब है जो धीरे-धीरे पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ रहा है। इधर राजधानी कोलकाता के अलावा दक्षिण बंगाल के विस्तृत इलाके में पिछले एक सप्ताह से हुई भारी बारिश की वजह से पहले से ही बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। इस बीच चक्रवात के प्रभाव से होने वाली मूसलाधार बारिश के कारण हालात और बिगड़ने की संभावना है। इसलिए राज्य सरकार ने राहत बचाव के लिए पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी है। पश्चिम बंगाल सरकार के अनुरोध पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 28 टुकड़ी बंगाल के विभिन्न हिस्सों में तैनात कर दी गई है। इसके अलावा राज्य आपदा प्रबंधन की टीम को भी समुद्र तटीय क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाने के काम में लगा दिया गया है। दो लाख से अधिक लोग सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाए गए हैं। हालांकि अभी भी बड़े पैमाने पर लोग समुद्र के आसपास रह रहे हैं जिनके जानमाल को चक्रवात की वजह से भारी नुकसान की आशंका है। मछुआरों को समुद्र में जाने की मनाही है और राज्य सचिवालय में दो कंट्रोल रूम खोले गए हैं। कोलकाता नगर निगम ने भी अलग से कंट्रोल रूम खोला है और कोलकाता पुलिस में भी निवासियों की मदद के लिए पहल की है।