ओम प्रकाश
कोलकाता, 12 जुलाई (हि.स.)। कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ़) के हाथों शनिवार व रविवार की दरमियानी रात कोलकाता के हरिदेवपुर इलाके से पकड़े गए तीन आतंकियों से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के इन आतंकियों ने बताया है कि इन्होंने 12 अन्य आतंकियों के साथ सीमा पार किया था। पकड़े गए तीनों आतंकी नजिउर रहमान उर्फ जोसेफ, मिकाइल खान उर्फ शेख साबिर और रबिउल इस्लाम को सोमवार बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया जहां से 14 दिनों की पुलिस हिरासत में लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में इन आतंकियों ने बताया है कि कोलकाता में पहले से ही जेएमबी का स्लीपर सेल है जिसका सदस्य हरिदेवपुर का रहने वाला सलीम मुंशी है।
उसी के घर में इन आतंकियों ने पनाह ली थी। मुंशी ने इनका आधार कार्ड और अन्य पहचान संबंधी दस्तावेज बनाने में भी मदद की थी।
इसके अलावा कोलकाता में कभी फल बेचने वाले तो कभी घूम घूम कर कुछ अन्य सामानों की बिक्री करने वाले के वेश में कई महत्वपूर्ण जगहों की रेकी कर चुके हैं। आतंकवाद की फंडिंग के लिए इनका मुख्य मकसद महानगर के बड़े बैंकों और ज्वेलरी शोरूम में डकैती डालना था। पुलिस ने शनिवार की रात छापेमारी की तो उपरोक्त तीन लोग तो पकड़े गए लेकिन सलीम मुंशी फरार होने में सफल रहा है।
उसकी तलाश में पुलिस की टीम जुट गई है। इसके अलावा इन लोगों ने यह भी बताया है कि इनके साथ जो बाकी 12 आतंकियों ने सीमा पार किया था उनमें से कुछ जम्मू-कश्मीर और बाकी ओडीशा गए हैं। इस बारे में केंद्रीय खुफिया एजेंसी को भी जानकारी दे दी गई है और बांग्लादेश की सुरक्षा एजेंसियों को भी इस बारे में जानकारी दी गई है। अल अमीन नाम का आतंकी इन्हें फंड मुहैया कराता था जो हूजी नाम के आतंकी संगठन का रॉबरी विंग का चीफ कमांडर है। बांग्लादेश की जेल में बंद एक आतंकी के कहने के मुताबिक इन लोगों ने सीमा पार किया था और भारत में कई आतंकी गतिविधियों की साजिश रच चुके हैं। इन से लगातार पूछताछ हो रही है।