कोलकाता, 08 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय मंत्री के तौर पर शपथ लेने के तुरंत बाद कूचबिहार से भाजपा के सांसद निशिथ प्रमाणिक विवादों में घिर गए हैं। उनकी शैक्षणिक योग्यता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। कूचबिहार के तृणमूल नेता ने सोशल मीडिया पर उनकी शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाया। उनका सवाल है कि निशीथ प्रमाणिक ने ग्रैजुएशन किया है या सिर्फ सेकेंडरी पास हैं।
उनके दावे के अनुसार, “सांसदों की वेबसाइट में सांसद की शैक्षणिक योग्यता बीसीए (बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) दर्शाती है, लेकिन चुनाव के लिए खड़े होने के दौरान हलफनामे में लिखी गई उच्चतम शैक्षणिक योग्यता माध्यमिक है। कूचबिहार के तृणमूल के नेता नेता पार्थप्रतिम रॉय ने भी इस जानकारी के साथ अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट किया है।
बता दें कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल की सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हुआ है। युवा नेता निशीथ ने केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली। 35 वर्ष उम्र के निशीथ प्रमाणिक मोदी मंत्रिमंडल के सबसे युवा मंत्री हैं निशिथ प्रमाणिक ने दिनहाटा से विधानसभा चुनाव में जीत भी हासिल की थी, लेकिन पार्टी के निर्देश पर विधायक के रूप में शपथ नहीं ली। इसके अलावा, भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा में उनके क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया है।
निशीथ प्रमाणिक ने कल राष्ट्रपति भवन में मंत्री पद की शपथ ली है, लेकिन शपथ लेने के बाद विवाद शुरू हो गया। तृणमूल नेता ने शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाकर विवाद खड़ा कर दिया। भारत सरकार की वेबसाइट india.gov.in के ‘इंडियन पार्लियामेंट’ सेक्शन में निशीथ प्रमाणिक को बीसीए पास का बताया गया है। उसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि उन्होंने वह डिग्री बालाकुंडा जूनियर बेसिक स्कूल से प्राप्त की थी, लेकिन 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान निशीथ ने जो हलफनामा पेश किया, उसमें कहा गया है कि उनकी उच्चतम शैक्षणिक योग्यता सेकेंडरी है। वह लाल बहादुर शास्त्री विद्यापीठ के छात्र थे और तृणमूल ने इन दोनों तथ्यों को सार्वजनिक कर सवाल उठाया है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश