कोलकाता, 05 जुलाई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा सोमवार को किए गए नगर निगम अभियान के दौरान पुलिस द्वारा बड़े पैमाने पर लाठीचार्ज को लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ विधायक शुभेंदु अधिकारी ने सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि बल प्रयोग से भाजपा के कार्यकर्ता नहीं डरेंगे और फर्जी टीकाकरण तथा धोखेबाजी के खिलाफ लगातार आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने दो ट्वीट किया है जिसमें कोलकाता में पुलिसकर्मियों द्वारा भाजपा की महिला नेत्री और नेताओं को सड़क पर खसीटने की तस्वीरें डाली है। इसमें उन्होंने लिखा है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने 16 मई से लॉकडाउन का प्रतिबंध लगाया और किसी भी राजनीतिक गतिविधियों पर रोक लगा दी। उस समय बंगाल में प्रतिदिन लगभग दो हजार कोरोना मामले सामने आते थे।
उसके बाद 17 मई को जब कोलकाता में सीबीआई ने उनके चार नेताओं को गिरफ्तार किया तो निजाम पैलेस स्थित जांच एजेंसी के दफ्तर के बाहर हजारों की संख्या में तृणमूल कार्यकर्ता एकत्रित हो गए। तब कोलकाता पुलिस ने लॉकडाउन को प्रभावी तरीके से क्यों नहीं लागू किया? कोलकाता पुलिस को टैग करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि यह भेदभाव बंद करनी चाहिए। केवल भाजपा के लिए नियम है? भाजपा के अभियान को रोकने के लिए पूरी ताकत का इस्तेमाल हो रहा है। निर्दोष प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग और उन्हें गिरफ्तार करना हमें इस भ्रष्ट शासन के खिलाफ आवाज उठाने से नहीं रोकेगा। यही भ्रष्ट शासन कोलकाता में नकली टीकाकरण शिविर आयोजित करवाता है और धोखे बाजो को जन्म देता है।