कोलकाता, 30 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल राज्य विधानसभा के अध्यक्ष विमान बंद्योपाध्याय ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर कहा था कि राज्यपाल विधानसभा के काम में दखल दे रहे हैं। इस बार राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सीधे विमान को पत्र भेजा है। इसमें लिखा, ‘अध्यक्ष ने खुद राज्यपाल के पद का अपमान किया है। विधानसभा में मेरे भाषण का सीधा प्रसारण रोक दिया गया है, जो एक आपात स्थिति है।’
पत्र में धनखड़ ने लिखा, ‘लोकसभा सांसद को आपके पत्र ने मुझे आहत किया है। सच्चाई से आगे कुछ भी नहीं हो सकता है। आपका आरोप असंवैधानिक है। बल्कि आपके कार्य में राज्यपाल के पद का बार-बार अपमान किया गया है। मेरे विधानसभा में जाने के बाद भी गेट बंद रखा गया था। आपने खुद भी कुछ नहीं किया। मेरा अपमान किया गया है। विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले राज्यपाल का भाषण सीधा प्रसारित नहीं किया जाएगा। यह आपातकाल जैसा है। हालांकि, राज्य के मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री के बयान प्रसारित हुए हैं।”
धनखड़ ने आगे लिखा, ‘आपने मीडिया को बताया है कि राजभवन को भेजे गए कई बिल पास नहीं किए गए हैं। यह आरोप भी बेहद दुखद है। क्योंकि राज्यपाल ने कोई काम नहीं छोड़ा है।’ उन्होंने इस संबंध में दो विधेयकों का उल्लेख किया। एक ‘डनलप इंडिया’ और एक ‘मॉब लिंचिंग की रोकथाम विधेयक’।
ओम प्रकाश