कोयला तस्करी : सीबीआई और ईडी की संयुक्त टीम ने पश्चिम बंगाल में 14 ठिकानों पर शुरू की छापेमारी
कोलकाता, 26 फरवरी : पश्चिम बंगाल और झारखंड के कोयलांचल क्षेत्रों से बड़े पैमाने पर कोयले का गैरकानूनी तरीके से खनन और तस्करी के मामले में जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के 14 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। जांच एजेंसियों के सूत्रों ने बताया है कि राजधानी कोलकाता के साथ-साथ दुर्गापुर और आसनसोल के ठिकानों पर तलाशी अभियान चल रहे हैं। कोलकाता के बांसड्रोनी में एक कारोबारी के ठिकाने पर तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं। उसका नाम रणधीर बरनवाल है। उसके ऑफिस में सीबीआई और ईडी के अधिकारी पहुंचे हैं। कोलकाता के डलहौसी इलाके में भी एक चार्टर्ड फर्म के दफ्तर में जांच एजेंसियों के अधिकारियों ने छापा मारा है और तलाशी अभियान चला रहे हैं। सीबीआई के सूत्रों ने बताया है कि व्यवसाई रणधीर बरनवाल ने कोयला तस्करी से होने वाली ब्लैक मनी की आय को बाजार में रेगुलेट कर सफेद करने में बड़ी भूमिका निभाई है। यह भी पता चला है कि कई बड़े नेताओं और पुलिस अधिकारियों के ब्लैक मनी भी इस कारोबारी के पास जमा रहते थे। कोयला तस्करी के सरगना अनूप मांझी उर्फ लाला के पास से बरामद हुए दस्तावेजों की जांच के बाद बरनवाल के बारे में जानकारी मिली थी। कोयला तस्करी के कारोबार में अनूप का सहयोगी जयदेव मंडल भी शामिल रहा है जिसका बरनवाल के साथ संपर्क था। इन जगहों के साथ-साथ काकुरगाछी, मानिकतला, आसनसोल और दुर्गापुर में भी अलग-अलग ठिकानों पर जांच पड़ताल चल रहे हैं।
गौर हो कि इस गैरकानूनी कारोबार में सीबीआई की टीम ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजीरा बनर्जी से भी पूछताछ की है। जांच अधिकारियों का दावा है कि कोयला तस्करी से आय होने वाले काले धन का बड़ा हिस्सा रूजीरा के बैंकॉक और लंदन स्थित खाते में ट्रांसफर किए गए हैं। इस मामले में सीबीआई ने अनूप मांझी की 70 चल-अचल संपत्तियों की जानकारी आसनसोल कोर्ट को दी है जिन्हें कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।