कोलकाता, 11 फरवरी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजनीति में परिवारवाद का समर्थन किया है। इसके साथ ही उन्होंने आसन्न विधानसभा चुनाव में वीवीपैट की पूरी गिनती करने की मांग की है। बनर्जी ने कहा कि मेरे परिवार का हर व्यक्ति ग्रास रूट पर काम करता है। उन्होंने कहा कि कोई एक व्यक्ति राजनीति में आ गया तो क्या गलत है?
ममता बनर्जी ने कहा कि उद्योगपति के घर के लोग उद्योगपति बनें तो क्या गलत है? उन्होंने कहा कि अमित शाह को मैं भैया बोलती हूं। अमित शाह का बेटा भी तो क्रिकेट में बड़े पद पर गया न। उनका बेटा भी मेरा भतीजा है, लेकिन मैं ऐसी राजनीति नहीं करती। बंगाल की चुनावी लड़ाई के संबंध में पूछे जाने पर ममता बनर्जी ने कहा कि हमें तो हर रोज लड़ना पड़ता है, यह आम है।
उन्होंने भाजपा पर आपस में लड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि विकास के मुद्दे पर चुनाव हो तो ये हार जाएंगे। उन्होंने कहा कि पीएम हमेशा टेलीप्रॉम्पटर से स्पीच देते हैं। नेताजी के इवेंट में मैंने देखा, लेकिन जनता तो नहीं जानती न। ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तंज करते हुए कहा कि नरसिम्हा राव से लेकर मनमोहन सिंह तक, कई सरकारें देखीं लेकिन ऐसी खराब सरकार नहीं देखी।
ममता बनर्जी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि बंगाल में भोजन फ्री, स्वास्थ्य फ्री और शिक्षा फ्री है। उन्होंने दावा किया कि हमने 99 फीसदी जनता को किसी न किसी स्कीम में कवर किया है। ममता बनर्जी ने कहा कि हमारी पार्टी की आइडियोलॉजी है- प्रो पीपुल, फॉर द पीपुल, टू द पीपुल, बाई द पीपुल। हम डीजल का दाम नहीं बढ़ाते, किसान की जमीन नहीं छीनते।
पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा कि रूरल होम, स्किल डेवलपमेंट में हम नंबर वन हैं। यूनाइटेड नेशंस का अवॉर्ड हमें मिला था। उन्होंने राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पहले और आज के गवर्नर का डेफिनेशन आज बदल गया है। उन्होंने कहा कि गवर्नर से भाजपा ने बोला ये बोल दो उन्होंने बोल दिया। राज्यपाल का पद संवैधानिक है। मैं उस पर कुछ नहीं कहना चाहूंगी।
ममता बनर्जी ने हिंदुत्व के सवाल पर कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर हुए कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि वहां राजनीतिक नारे भी लगे। ममता बनर्जी ने ‘चोर की माई जोर से बोले’ का जिक्र किया और कहा कि काले लोग भाजपा में जा रहे और धुल के सफेद हो के आ रहे हैं। उन्होंने नेताओं के दल-बदल को लेकर कहा कि चुनाव के समय पर ऐसा होता है। भाजपा के भी कई नेता हमारी पार्टी में आए हैं।
ईवीएम के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में ममता ने कहा कि अभी तक केवल दो फ़ीसदी वीवीपैट की गिनती होती है लेकिन मैं चाहती हूं कि सभी वीवीपैट की गिनती हो।