कोलकाता, 02 फरवरी (एजेंसी)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रतिनिधि के तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से मुलाकात करने वाले राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि वह राज्य में तृणमूल कांग्रेस से गठबंधन की संभावना तलाशने नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि अभिषेक बनर्जी से हुई मुलाकात में गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। हमारा केवल मकसद भारतीय जनता पार्टी को बंगाल की सत्ता में आने से रोकना है और उसमें हमारी पार्टी की क्या भूमिका हो सकती है इस बारे में बातचीत की गई है।
अब्दुल बारी के साथ राजद के बंगाल प्रभारी श्याम रजक भी मौजूद थे।
बिहार में कांग्रेस के साथ गठबंधन होने के बावजूद बंगाल में तृणमूल के उत्तराधिकारी के साथ बैठक करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बिहार में हमारा गठबंधन कांग्रेस से जरूर है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि बंगाल में भी उनके साथ हमारा गठबंधन होगा। सिद्दीकी ने कहा कि उनका एकमात्र मकसद भारतीय जनता पार्टी को रोकना है और जो पार्टी उन्हें रोकने में सफल होगी उनका समर्थन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोलकाता के बाद वह असम जा रहे हैं और वहां से लौट कर एक बार फिर माकपा के नेताओं के साथ भी मुलाकात करेंगे जिनका गठबंधन कांग्रेस के साथ होने जा रहा है। सिद्दीकी ने हालांकि यह भी कहा कि चुकी उनकी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी है तो ऐसे में अगर आवश्यकता पड़ी तो पश्चिम बंगाल में उम्मीदवार भी उतारा जा सकता है।
बहरहाल उन्होंने स्पष्ट किया कि वह केवल उस सीट से उम्मीदवार उतारेंगे जहां भाजपा को हराने में सक्षम किसी दूसरी पार्टी के प्रतिनिधि के वोट बैंक पर कोई असर ना पड़े। उन्होंने कहा कि बंगाल चुनाव परिणाम का संदेश पूरे देश में जाएगा और यहां भारतीय जनता पार्टी भी जीत कर यही संदेश देना चाहती है। इसलिए उन्हें रोकने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।
उनके साथ मौजूद श्याम रजक ने भी हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि राजद प्रतिनिधिमंडल का दौरा बंगाल में गठबंधन करने के लिए नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी को बंगाल की सत्ता में आने से रोकने में अपनी भूमिका तलाशने के लिए है। हिन्दुस्थान समाचार