लोक डेस्क, कोलकाता, 01 फरवरी। पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनाव के दौरान विधायक पद से चल रहे इस्तीफे के सिलसिले में अब सांसद पद से इस्तीफा शुरू हो सकता है। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी के भाई सांसद दिव्येंदु अधिकारी अपना सांसद पद छोड़ सकते हैं। पारिवारिक सूत्रों ने सोमवार को इसकी पुष्टि की है। दरअसल अधिकारी परिवार के सूत्रों ने बताया है कि आगामी 10 फरवरी को विधान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिव्येंदु अधिकारी को मिलने का समय दिया है। खुद अधिकारी ने उनसे यह समय मांगा था। ऐसे समय में जब संसद का सत्र चल रहा है तब अलग से अपने लिए समय उन्होंने क्यों मांगा है, इसे लेकर राज्य में अटकलें तेज हो गई हैं।
सूत्रों ने बताया है कि वह तृणमूल कांग्रेस के सांसद के तौर पर इस्तीफा दे सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर भाजपा में जाना चाहते हैं तो बिना सांसद पद छोड़े हुए भी जा सकते हैं लेकिन इससे उन पर तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर भाजपा को लाभ पहुंचाने के आरोप लगेंगे। अधिकारी परिवार का पश्चिम बंगाल की राजनीति में गहरा प्रभाव रहा है और उनका परिवार आदर्श की राजनीति करने के लिए जाना जाता है। उनके भाई शुभेंदु अधिकारी ने जब भाजपा की सदस्यता लेने का मन बनाया था तो उसके पहले उन्होंने राज्य कैबिनेट में परिवहन मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था और उसके बाद विधायक पद छोड़ने के साथ ही उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ दी थी। अब खबर है कि दिव्येंदु अधिकारी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं तो जाहिर सी बात है वह भी अपने भाई के नक्शे कदम पर चलेंगे और सांसद पद छोड़ने के बाद ही तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता भी छोड़ सकते हैं। शायद उसके बाद ही उनका भाजपा में शामिल होने का कार्यक्रम हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में तृणमूल कांग्रेस ने शुभेंदु अधिकारी से दूरी बनाने के सिलसिले में उनके पिता और वरिष्ठ पूर्व केंद्रीय मंत्री शिशिर अधिकारी को भी पार्टी में कई पदों से हटाया है। इससे अधिकारी परिवार में नाराजगी हैं और परिवार में मौजूद हर एक नेता के भाजपा में जाने की संभावना है।