लोक डेस्क, कोलकाता, 26 जनवरी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में पराक्रम दिवस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में ममता बनर्जी को देखकर जय श्री राम का नारा लगाए जाने के खिलाफ राज्य सरकार विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर सकती है। सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने सोमवार को इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाने के लिए एक आधिकारिक कार्यक्रम में जय श्री राम के नारे के खिलाफ पश्चिम बंगाल विधानसभा में निंदा प्रस्ताव पारित करेंगे। पार्टी का कहना है कि सरकारी कार्यक्रम में जिस तरह से नारेबाजी की गई है उससे स्वतंत्रता सेनानी के साथ-साथ मुख्यमंत्री का अपमान हुआ है।
पार्थ ने कहा, “भाजपा नियमित रूप से बंगाल के प्रतीक का अपमान कर रही है।
किसी ने भी उन्हें हमारे आइकन का अपमान करने का अधिकार नहीं दिया है। शनिवार को नेताजी का अपमान किया गया। हमारे राज्य की मुख्यमंत्री का अपमान किया गया।”
संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, “राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन आप मुख्यमंत्री का अपमान नहीं कर सकते। हम आगामी सत्र में इसके खिलाफ एक निंदा प्रस्ताव लाने की सोच रहे हैं।”
प्रस्ताव को 28 जनवरी को विधानसभा में रखे जाने की संभावना है।
तृणमूल महासचिव चटर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने पहले नोबेल पुरस्कार विजेता कवि रवींद्रनाथ टैगोर और शिक्षाविद् और समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर जैसे बंगाल के अन्य प्रतीकों का अपमान किया है।