लोक डेस्क, कोलकाता, 25 जनवरी। मंगलवार को गणतंत्र दिवस की परेड में कोलकाता के रेड रोड पर इस बार आजादी के समय का नजारा देखने को मिलेगा। इसकी वजह है कि परेड में पूर्वी सेना कमान ने पूर्वी पाकिस्तान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अमीर अब्दुल्लाह खान नियाजी की विंटेज कार को शामिल करने का निर्णय लिया है। इस कार का नाम ऑस्टिन शर्लिन है। यह गाड़ी ब्रिटेन में बनी थी और पाकिस्तान सरकार ने इसे खरीद कर पूर्वी पाकिस्तान में भेजा था। इसी गाड़ी में सवार होकर पाकिस्तानी सेना के पूर्वी पाकिस्तान प्रमुख ढाका सहित अन्य जिलों में घूमते थे। इस पर मुक्ति वाहिनी के योद्धा हमला ना करें इसलिए पाकिस्तानी सेना के जवान 24 घंटे इस गाड़ी के पहरा पर रहते थे। तत्कालीन ढाका में स्थानीय निवासी इस स्टैंडर्ड कार को देखकर चकित रहते थे। यह विंटेज कार बांग्लादेश की स्वतंत्रता की लड़ाई के इतिहास की साक्षी रही है। 1971 के दिसंबर महीने में जब भारतीय सेना की मदद से बांग्लादेश को आजादी मिली थी तब पाकिस्तान के तत्कालीन सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल नियाजी ने भारतीय सेना के सामने समर्पण कर दिया था। उनके कई सारे हथियार भी ज़ब्त किए गए थे। उसी समय “वार ट्रॉफी” के तौर पर भारतीय सेना ने नियाजी की मर्सिडीज और इस ऑस्टिन गाड़ी को कब्जे में लिया था। उसे ढाका से चलाकर कोलकाता लाकर फोर्ट विलियम में रखा गया था। इस बार विजय दिवस के मौके पर जब बांग्लादेश सेना के अधिकारी और उनके परिवार के सदस्य यहां आए थे तो इस कार को देखकर चकित थे। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि आम लोगों को देखने के लिए ही इस बार कोलकाता के रेड रोड पर इस विंटेज कार को गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल किया जाएगा। इससे 50 वर्ष पुराने इतिहास की यादें ताजी हो जाएंगी।
