कोलकाता, 24 जनवरी । नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ऐसे भारत निर्माण का सपना देखा था जो ना केवल सामरिक बल्कि आध्यात्मिक मोर्चे पर भी सशक्त हो। उन्होंने देशवासियों के बीच एकता, समरसता और सद्भावना के लिए जीवन पर्यंत काम किया था। यह कहना है कोलकाता में आयोजित सद्भावना सम्मेलन के वक्ताओं का। मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में कोलकाता के पोस्ता पेट्रोल पंप के पास भूतनाथ शाखा द्वारा एक दिवसीय महान सद्भावना संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें समिति की कोलकाता शाखा की इंचार्ज महात्मा अंजना बाई, प्रेरणा बाईई, महात्मा रामतीर्थानंद, गोपालानंद, नवनीता बाई और अमरावती बाई के साथ कोलकाता की पूर्व डिप्टी मेयर मीना देवी पुरोहित, कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर चंदन सिंह, पोस्ता ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि गुप्ता, समाजसेवी संजय गुप्ता, पंकज चौधरी समेत मानव उत्थान सेवा समिति से जुड़े कार्यकर्ता और सेवक गण मौजूद थे।
इस दौरान वक्ताओं ने सद्गुरुदेव सतपाल जी महाराज के सद्भावना संदेशों का प्रचार प्रसार किया। सत्संग करने वाले महात्माओं का कहना था कि हम बाहरी दुनिया की चीजों को देखते समझते और परखने की कोशिश करते हैं लेकिन इन सब का आधार वह परम शक्ति है जो सृष्टि के आदि में भी थी, अभी भी है और अंत के बाद भी रहेगी। अगर उस शक्ति को जानना है तो हमें अपने अंतर्मन में जाकर आत्म दर्शन करना होगा और यह समय के तत्वदर्शी सद्गुरु दीक्षा से ही संभव हो सकेगा। कार्यक्रम में भारत के सशक्तिकरण के लिए अध्यात्मा को मुख्य जरिया बनाने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम के समापन के बाद जरूरतमंदों के बीच कंबल का वितरण भी किया गया।
उल्लेखनीय है कि मानव उत्थान सेवा समिति अखिल भारतीय आध्यात्मिक व समाजसेवी संस्था है जिसके प्रणेता सद्गुरुदेव सतपाल जी महाराज हैं। पूरे विश्व में मानव-मानव के बीच प्रेम, सद्भावना और समरसता फैलाने का बीड़ा उठाने वाले श्री महाराज पंथ, जाति, समुदाय, राष्ट्रीयता से परे मानव जनों को आत्म ज्ञान देकर मोक्ष की राह पर ला रहे हैं। उनकी संस्था ना केवल भारत बल्कि दुनिया के कई देशों में आत्मज्ञान का प्रकाश फैला रही है।