लोक डेस्क, कोलकाता, 24 जनवरी। पश्चिम बंगाल में करीब आ चुके विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भी कमर कस कर कूद पड़ी है। पार्टी के बंगाल प्रभारी जितिन प्रसाद ने रविवार को सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी पार्टी बन चुकी भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि इन दोनों पार्टियों को लोगों की चिंता नहीं है। दोनों अहम की लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-वाम गठबंधन लोगों को विकल्प देने के लिए है, जो रोजी-रोटी के मुद्दे को लेकर प्रतिबद्ध है और बंगाल की पहचान के लिए लड़ रहा है। प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस जल्द से जल्द वाम दलों के साथ सीटों का समझौता करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके लिए गठित समिति चर्चा के दौरान सीटों की ‘विशेषता’ पर ध्यान केंद्रित करेगी जिनपर पार्टी लड़ेगी। पार्टी के हित में जो भी होगा उसे सभी हिताधारकों को भरोसे में लेकर किया जाएगा। राज्य से पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से बड़े पैमाने पर प्रचार कराने की मांग है और दावा किया कि सही समय आने पर शीर्ष नेतृत्व प्रचार करेगा।
वाम दलों से सीट बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर प्रसाद ने कहा, ‘सीटों के बंटवारे की प्रक्रिया और वार्ता जारी है और हम इसे जल्द से जल्द करना चाहते हैं, हमे समय से पहले अपने उम्मीदवारों को तय कर लेना चाहिए ताकि हम उन सीटों पर ध्यान केंद्रित कर सकें जहां पार्टी लड़ेगी। हम सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देने को इच्छुक हैं ताकि हम ठोस संयुक्त कार्यक्रम बना सके जिससे आसानी से मतों का हस्तांतरण हो सके। सीट बंटवारे को लेकर हो रही वार्ता के समाप्त होने की समय सीमा पर किए गए सवाल के जवाब में प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति काम कर रही है जिसमें विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अब्दुल रहमान, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य और नेपाल महतो शामिल हैं। उन्होंने कहा कि माकपा और कांग्रेस का गठबंधन लोगों को तृणमूल और भाजपा के खिलाफ विकल्प उपलब्ध कराएगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि माकपा और कांग्रेस बंगाल में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे मूलभूत मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी।