लोक डेस्क, कोलकाता, 22 जनवरी। राज्य के वन मंत्री के पद से राजीव बनर्जी के इस्तीफे को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि उनके जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। राजीव के इस्तीफे के संबंध में शुक्रवार को जब तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि अच्छा हुआ राजीव ने खुद ही मंत्री पद छोड़ दिया। उनके खिलाफ कई तरह के आरोप थे। मंत्री रहते हुए कोई काम नहीं कर रहे थे। उनकी इच्छाएं बड़ी थीं जिसके साथ पार्टी तालमेल नहीं कर पा रही थी। इसी तरह से तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी राजिव बनर्जी के इस्तीफे को लेकर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि जब चुनाव आया है तब राजीव बनर्जी का विवेक जागृत हुआ है। इसके संकेत पहले से ही समझ में आ रहे हैं। मंत्री रहते हुए भी वह मंत्रिमंडल की बैठक में नहीं जा रहे थे इसलिए इस तरह के कदम उठाए जाने की संभावना पहले से ही थी। इससे पार्टी अचंभित नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पार्टी के खिलाफ नाराजगी थी इसलिए जब चुनाव करीब है तब उन्होंने इस्तीफा दिया है। यह स्वीकार्य नहीं है कि नाराजगी की वजह से उनका इस्तीफा है। उनका मकसद कुछ और है जो जल्दी सामने आ जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस्तीफे के बाद राजीव बनर्जी के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह तृणमूल कांग्रेस में ही रहेंगे।