लोक डेस्क, कोलकाता, 22 जनवरी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती यानी 23 जनवरी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोलकाता आगमन को केंद्र कर राष्ट्रीय पुस्तकालय को बंद कर दिया गया है। इस वजह से पाठकों में नाराजगी पसर रही है। पुस्तकालय के सदस्यों का कहना है कि इसके पहले राष्ट्रपति से लेकर और भी कई तरह के विशेष अतिथि आ चुके हैं लेकिन कभी भी राष्ट्रीय पुस्तकालय को बंद नहीं किया गया था। दरअसल शनिवार को नेताजी जयंती पर प्रधानमंत्री कोलकाता में रहेंगे। राष्ट्रीय पुस्तकालय में भी उनका एक कार्यक्रम है। सूत्रों ने बताया है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर पुस्तकालय को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। आज यानी शुक्रवार दोपहर 3:30 बजे से पुस्तकालय को बंद करने का निर्णय लिया गया है जो शनिवार को सारा दिन बंद रहेगा। पुस्तकालय के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी के कोच्चि काशी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए पुस्तकालय को बंद रखने का निर्देश केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय से मिला है। उसी के मुताबिक इसे बंद कर किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बार प्रधानमंत्री के दौरे की वजह से सुरक्षा का खतरा ज्यादा है इसलिए यह निर्णय लिया गया है। पाठकों का कहना है कि राष्ट्रीय पुस्तकालय में जो लोग किताबें पढ़ते हैं वह भाषा भवन में बैठकर पढ़ते हैं और जहां कार्यक्रम होना है उससे भाषा भवन की दूरी अधिक है। दोनों हॉल एक दूसरे से कनेक्टेड नहीं है। ऐसे में उसे बंद करने का कोई औचित्य नहीं बनता है।
