लोक डेस्क, कोलकाता, 21 जनवरी। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने गुरुवार को केंद्रीय चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मिलकर आरोप लगाया है कि बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में बीएसएफ अधिकारी और कर्मचारी गांव के लोगों को डरा कर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान के लिए कह रहे हैं। चटर्जी के साथ राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम भी मौजूद थे। इस पर अर्धसैनिक बल ने प्रतिक्रिया दी है। बीएसएफ की ओर से गुरुवार अपराह्न आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पार्थ चटर्जी का यह आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है। बयान में बताया गया है कि बीएसएफ एक पेशेवर बॉर्डर गार्डिंग फोर्स है जो अतीत से लेकर अभी तक पूरी इमानदारी और समर्पण के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा करता है। इस बल के जवानों ने अवैध घुसपैठ और तस्करी पर सक्रिय रूप से लगाम लगाया है और तस्करों के खिलाफ ठोस कानूनी कार्रवाई की है। राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बीएसएफ के खिलाफ आरोपों को लेकर जो बयान दिया है उसका सच्चाई से दूर दूर तक नाता नहीं है। यह निराधार और झूठे हैं। बीएसएफ “जीवन परायण कर्तव्य” के प्रति प्रतिबद्ध है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को पार्थ चटर्जी व फिरहाद तृणमूल की ओर से केंद्रीय चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर बीएसएफ पर ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया है।