लोक डेस्क, कोलकाता, 18 जनवरी। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस विधानसभा चुनाव से पहले आपसी गुटबाजी की वजह से किरकिरी का सामना पहले से ही कर रही थी। अब घातक चक्रवाती तूफान अम्फन प्रभावित दक्षिण 24 परगना के कैनिंग इलाके में चक्रवात पीड़ितों की राहत सामग्री को आपस में बांटने को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी के दो गुटों के बीच जमकर गोलीबारी हुई है। इसमें सोमवार दोपहर तक कम से कम 15 लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों में महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा हालात को संभालने पहुंचे कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटनास्थल से भारी मात्रा में बंदूकें और गोलियां बरामद की गई हैं जिसे लेकर स्थानीय प्रशासन तंत्र की सजगता सवालों के घेरे में आ गई है। मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह से ही कैनिंग के गोलाबारी इलाके में तनाव का माहौल था। इसकी वजह थी कि चक्रवात पीड़ितों के लिए आवंटित राहत सामग्री सत्तारूढ़ पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं के बीच बांटने में कथित तौर पर बेईमानी की गई थी। यानी एक गुट को ज्यादा मिल गया था और दूसरे गुट को कम जबकि असली पीड़ित वंचित रहे थे। सामग्री वितरण में पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच भेदभाव को लेकर ही तनाव पसरा था जिसके बाद सोमवार सुबह दो गुटों के कार्यकर्ता एक दूसरे से भिड़ गए थे। देखते ही देखते दोनों तरफ से जबरदस्त गोलीबारी होने लगी। डरे सहमे स्थानीय लोग घरों में दुबक गए थे। सूचना मिलने के बाद हालात को संभालने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर भी गोलियां दागी गई। हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। इतने भारी मात्रा में हथियार कहां से आए, इस बारे में अभी जांच चल रही है। प्रतिक्रिया के लिए जब तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से संपर्क किया गया तो किसी ने भी नाम उजागर करने की शर्त पर कुछ नहीं बताया। हालांकि स्थानीय नेताओं का कहना है कि जो लोग भी गोलीबारी की घटना में शामिल रहे हैं वे तृणमूल कांग्रेस के सदस्य नहीं हैं बल्कि स्थानीय अपराधी हैं और हमेशा पाला बदल करते रहते हैं। हालांकि प्रशासन में शामिल अधिकारियों का कहना है कि हिंसा में शामिल सारे लोग सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े हुए हैं।
