लोक डेस्क, कोलकाता, 18 जनवरी। विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में अहम मुद्दा बन चुके कोयला व गाय तस्करी के मामले में सीबीआई ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के करीबी तृणमूल युवा नेता विनय मिश्रा को एक और नोटिस भेजा है। जांच एजेंसी के सूत्रों ने सोमवार को इसकी पुष्टि की है। बताया गया है कि मिश्रा को सीबीआई की ओर से भेजी गई यह दूसरी नोटिस है। इसके पहले वह सीबीआई के बुलावे को दरकिनार कर चुके हैं। दूसरी नोटिस में भी उन्हें कोलकाता के निजाम पैलेस एजेंसी के दफ्तर में हाजिर होने को कहा गया है। अगर इस बार वह हाजिर नहीं होते हैं तो सीबीआई उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी करवा सकती है। इसके पहले गत 31 दिसंबर को सीबीआई ने उन्हें नोटिस भेजा था जिसमें चार जनवरी को दोपहर तक सीबीआई अधिकारियों के सामने हाजिर होने को कहा गया था लेकिन वह नहीं आए थे। अब इस नोटिस को अगर दरकिनार करते हैं तो सीबीआई को उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी करने का अधिकार होगा। हालांकि उनके खिलाफ पहले से ही जांच एजेंसी ने लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है। यानी वह किसी एयरपोर्ट अथवा बंदरगाह के जरिए यात्रा नहीं कर पाएंगे। पिछले सप्ताह आसनसोल, रानीगंज, दुर्गापुर सहित कोलकाता और अन्य जगहों पर विनय मिश्रा तथा उनके करीबी लोगों के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। उसके अलावा कोयला तस्करी के सरगना लाला के करीबियों के घर भी सीबीआई ने रेड डाली थी। कोलकाता के रासबिहारी और चेतला में स्थित ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी। यहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए थे।
उल्लेखनीय है कि विनय मिश्रा राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की युवा इकाई के महासचिव हैं। युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी हैं और विनय मिश्रा उनके करीबी माने जाते हैं। आरोप है कि गाय तस्करी और कोयले तस्करी से होने वाली अरबों रुपये की आय का बड़ा हिस्सा विनय मिश्रा के जरिए सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोगों तक पहुंचा था। इसमें अभिषेक बनर्जी का भी नाम घसीटा जा रहा है। इसकी वजह से विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में विपक्ष के हाथ बैठे-बिठाए बटेर लग गया है।