कोलकाता, 16 जनवरी (एजेंसी)। जानलेवा कोविड-19 महामारी के खिलाफ आखिरी जंग शनिवार को टीकाकरण के जरिए पूरे देश के साथ पश्चिम बंगाल में भी शुरू हो गई है। राज्य के 212 स्वास्थ्य केंद्रों पर पहले चरण में राज्य के फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाया जा रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से डॉक्टरों को भेजी जा रही एक चिट्ठी को लेकर एक बार फिर सियासी सरगर्मी बढ़ सकती है। दरअसल शनिवार को राज्य के जिन डॉक्टरों को वैक्सीन का टीका लगा है उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से चिट्ठी भेजी गई है। इसमें सीएम ने डॉक्टरों को कोविड-19 के खिलाफ जंग में अग्रिम पंक्ति में खड़े रहने के लिए आभार जताया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य के हेल्थ वर्कर्स को राज्य सरकार फ्री में वैक्सीन दे रही है।
सीएम की इस चिट्ठी को लेकर सियासी पारा चढ़ने के आसार हैं। इसकी वजह यह है कि न केवल बंगाल बल्कि पूरे देश में स्वास्थ्य कर्मियों को जो टीका लगाई जा रही है वह केंद्र सरकार ने भेजी है और बिल्कुल मुफ्त में। ऐसे में इस वैक्सीन को ममता बनर्जी द्वारा राज्य सरकार की ओर से मुफ्त में उपलब्ध कराए जाने का दावा किए जाने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। कई स्वास्थ्य कर्मियों को राज्य में टीका लगने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से चिट्ठी मिली है जिसमें उनकी तस्वीर लगी है और इस तरह का दावा किया गया है।
आमरी अस्पताल में वैक्सीन की डोज लेने वाली डॉक्टर श्रेयसी दे ने बताया कि उन्होंने टीका ले लिया है। कोई समस्या नहीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से उन्हें चिट्ठी भेजी गई है जिसमें कहा गया है कि राज्य सरकार फ्रंटलाइन वॉरियर्स के लिए मुफ्त वैक्सिंग दे रही है।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले मुख्यमंत्री की ओर से राज्य के पुलिस कर्मियों को भी इसी तरह के मैसेज भेजे गए थे जिसे लेकर भाजपा ने उन पर हमला बोला था। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इसे लेकर ममता बनर्जी को “वैक्सीन चोर” करार दिया था। हिन्दुस्थान समाचार