कोलकाता, 15 जनवरी (हिन्दुस्थान समाचार)। दमदम से तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने दो दिन पहले ही विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के खिलाफ लामबंदी के लिए माकपा और कांग्रेस को साथ आने का आह्वान किया था। अब इसका जवाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुर्शिदाबाद के बहरामपुर से सांसद अधीर रंजन चौधरी ने दिया है। शुक्रवार को उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी के साथ तो किसी भी तरह के समझौते का सवाल ही नहीं उठता है। हकीकत यह है कि ममता ने विगत वर्षों के दौरान माकपा और कांग्रेस को कमजोर किया है तथा भाजपा को मजबूत बनाया है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता चौधरी ने कहा कि तृणमूल ने कांग्रेस को खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और बंगाल में भाजपा को मजबूत किया है। तृणमूल के लिए कांग्रेस के बिना टिकना मुश्किल है। उन्होंने कांग्रेस के साथ आना चाहिए। अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “उन्हें लगा कि कांग्रेस के बिना उनका टिकना मुश्किल होगा। वे कांग्रेस की मदद से सत्ता में आए, लेकिन फिर कांग्रेस को खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने बंगाल में कांग्रेस और वाम दलों जैसी धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को कमजोर कर दिया, जिसने भाजपा जैसी सांप्रदायिक पार्टी को बढ़ावा दिया।
उन्होंने कहा, “उन्हें (ममता बनर्जी) कांग्रेस में आना चाहिए, क्योंकि भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं है। यदि वे ऐसा महसूस कर सकते हैं, तो उन्हें कांग्रेस के नेतृत्व को स्वीकार करना चाहिए। कांग्रेस ने भाजपा और उसके पूर्वजों का रोककर 100 वर्ष तक धर्मनिरपेक्षता बरकरार रखी है।