लोक संवाददाता, कोलकाता, 13 जनवरी। कोविड-19 रोधी वैक्सीन पश्चिम बंगाल पहुंच गई है। आगामी 16 जनवरी यानी शनिवार से पूरे देश के साथ राज्य में टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पहले चरण में छह लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाना है। उसके बाद पुलिसकर्मियों को और तब आम लोगों का टीकाकरण होगा। इस पूरी प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आपातकालीन बैठक बुलाई है। आज यानी बुधवार को राज्य सचिवालय में यह बैठक होनी है जिसमें राज्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ साथ परिवहन, प्रशासनिक और अन्य संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों को शामिल होने को कहा गया है। इसके अलावा 24 प्राइवेट अस्पतालों के प्रतिनिधियों को भी इसमें हिस्सा लेने का निर्देश दिया गया है।
दरअसल राज्य सरकार ने सभी जिलों के कम से कम 20 स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी करने की व्यवस्था की है। इसमें कुछ प्राइवेट अस्पतालों को भी शामिल किया गया है। उन्हीं के प्रतिनिधियों को इसमें इस बैठक में शामिल होने को कहा गया है। शनिवार से शुरू हो रहे टीकाकरण प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने और बिना व्यवधान सभी को टीका उपलब्ध कराने की तैयारियों पर चर्चा होगी। वैसे तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी हैं कि राज्य सरकार अपने इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ टीकाकरण प्रक्रिया के लिए पूरी तरह से तैयार है। आज की बैठक में इसकी समीक्षा की जाएगी। संभावित खामियों के दुरुस्तीकरण पर भी अंतिम निर्देश मुख्यमंत्री देंगी।
स्वास्थ विभाग के एक अधिकारी ने बताया है कि मंगलवार को वैक्सीन के कोलकाता पहुंचने के बाद से इसे वातानुकूलित वाहन के जरिए सभी जिलों में पहुंचाया जा रहा है। पूरी प्रक्रिया में कहीं कोई काम ना रहे और किसी भी तरह की ऐसी गलती ना हो जिससे राज्य सरकार पर सवाल खड़ा हो। इसे देखते हुए बैठक में विशेष दिशा निर्देश दिए जाएंगे। स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार ने अपने खर्चे पर वैक्सीन भेजी है। राज्य सरकार को अपने इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए सभी का टीकाकरण करना है। इसमें कोई गलती ना हो इसका विशेष तौर पर ख्याल रखा जाएगा।